अंहकार की भावना, रखकर चलते लोग। शुभ घड़ी मिली नहीं, जैसे कौरव योग।। अंहकार की भावना, रखकर चलते लोग। शुभ घड़ी मिली नहीं, जैसे कौरव योग।।
विशाल विराट अद्भुत सागर , कभी अंबर को चूमता, कभी थल को छूता हुआ, श्वेत ,ध्वल चांदनी विशाल विराट अद्भुत सागर , कभी अंबर को चूमता, कभी थल को छूता हुआ, श्वेत ...
फिर से उसके जीवन के सफ़हे किसी और ने लिखे फिर से उसकी सांसों की गिनती रोकी किसी ने कह फिर से उसके जीवन के सफ़हे किसी और ने लिखे फिर से उसकी सांसों की गिनती रोकी किस...
भरेगा कब पेट दोनों का ये पापी पेट का सवाल है। भरेगा कब पेट दोनों का ये पापी पेट का सवाल है।
वक्त के समन्दर से निकले कुछ पल ऐसे होते है, जो भुलाए नही भुलते। वक्त के समन्दर से निकले कुछ पल ऐसे होते है, जो भुलाए नही भुलते।
वही मुस्कान उस दीनदयाल की प्रभु मुस्कान कहलाती है। वही मुस्कान उस दीनदयाल की प्रभु मुस्कान कहलाती है।